इस कदर ख़ुशनुमा हुई है सहर आज की...
कानों में ज़िक्र आपका, जुबां पे महक रात की...
तमाम ज़िन्दगी कर देंगे हक़ आपके हम...
जो इस दिल पे बस रहे यूँ महर आपकी...!!!
कानों में ज़िक्र आपका, जुबां पे महक रात की...
तमाम ज़िन्दगी कर देंगे हक़ आपके हम...
जो इस दिल पे बस रहे यूँ महर आपकी...!!!