Monday, November 21

इस कदर ख़ुशनुमा हुई  है सहर आज की...
कानों में ज़िक्र आपका, जुबां पे महक रात की...
तमाम ज़िन्दगी कर देंगे हक़ आपके हम...
जो इस दिल पे बस रहे यूँ महर आपकी...!!!

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