Friday, August 6

सजा लो वापिस तलवारें मयानों में...

मैं कली हूँ अनार की... अकबर..

तुम मुझे क्या हराओगे...???


मैं मुहोब्बत हूँ...

दर्द कि आग़ोश में जीती हूँ...

जिसे ज़िन्दगी न डरा सकी...

उसे मौत से क्या डराओगे...???


{i-ism@random}

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