Friday, August 6

हवाओं में... दरियाओं में... मंज़रों में देखो...

दुश्मनों में... रिश्तों में... महबूब में देखो...
बाज़ारों में क्या ढूंढते हो तुम ख़ुदा...
ख़ुदा खुद तुम में है... खुद में डूब के देखो...!!!

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